वैभव कटियार
सब प्रश्न हमारे हल हो गए
जबसे आप गजल हो गए
दलदल मे बहुत जिया है जिया
हम यूं ही नहीं कमल हो गए
दुनिया ने पत्थर बना दिया था
मिले आप से तो तरल हो गए
भूल गए अखलाक वो सारे
दलाली में जबसे सफल हो गए
सब प्रश्न हमारे हल हो गए
जबसे आप गजल हो गए
दलदल मे बहुत जिया है जिया
हम यूं ही नहीं कमल हो गए
दुनिया ने पत्थर बना दिया था
मिले आप से तो तरल हो गए
भूल गए अखलाक वो सारे
दलाली में जबसे सफल हो गए
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